Kisan Credit Card Yojana:- भारत में लगभग 80% जनसंख्या कृषि कार्यों पर निर्भर है और खेती करके अपना जीवन यापन कर रहे हैं। वर्तमान केंद्र सरकार द्वारा भारतीय किसानों की आय को दोगुना करने के निरंतर अथक प्रयास किए जा रहे हैं। सरकार द्वारा पीएम फसल बीमा योजना, किसान क्रेडिट कार्ड ऋण योजना, (KCC Loan Yojana) किसान सम्मान निधि योजना, किसान बीमा, कृषि उड़ान योजना इत्यादि के माध्यम से लाभान्वित करने का प्रयास किया जा रहा है। केंद्र सरकार द्वारा लगातार भारतीय किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार लाने की चेष्टा की जा रही है। भारत में सीमांत किसान जो अपनी कृषि को विकसित करने हेतु आर्थिक रूप से सक्षम नहीं है। उन्हें केंद्र सरकार द्वारा किसान क्रेडिट कार्ड योजना (KCC Yojana) का लाभ दिया जा रहा है।
यह योजना अगस्त 1998 में तत्कालीन वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा द्वारा शुरू की गई। योजना के अंतर्गत भारतीय किसान किसी भी नेशनल बैंक से KCC Loan के लिए आवेदन कर सकते हैं। जमीन के अनुसार किसान ₹50000 से लेकर ₹300000 तक का लोन ले सकते हैं। केसीसी ऋण के लिए किसानों से 4% छह माही और वार्षिक 7% ब्याज लिया जाता है। चलिए अब हम लेख में विस्तार पूर्वक जानते हैं। kisan credit card kya hai तथा किसान क्रेडिट कार्ड के फायदे क्या हैं? Kisan Credit Card Yojana 2024 से जुड़ने के लिए कौनसे दस्तावेजों की आवश्यकता होगी। इन सब को विस्तार पूर्वक इस लेख में जानने वाले हैं।
किसान क्रेडिट कार्ड क्या है? (KCC Loan in Hindi)
किसान क्रेडिट कार्ड बैंकिंग प्रणाली में एक ऋण है। जो किसानों को जमीन के आधार पर अर्थात जमीन के क्षेत्रफल के अनुसार उपलब्ध करवाया जाता है। किसानों को ऋण प्राप्ति के लिए जमीन से जुड़े दस्तावेज तथा किसान स्वामित्व की जानकारी बैंक में सबमिट करनी पड़ती है। तब उन्हें किसान क्रेडिट कार्ड लोन दिया जाता है। इसके बदले किसानों से 4% से लेकर 7% तक का वार्षिक ब्याज (ROI) लिया जाता है। यदि किसान ऋण को छह माह पर जमा करवाते हैं। अर्थात रोलर ओवर (Roll Over) करवाते उन्हें केवल 4% ब्याज ही देना पड़ता है।
इसी के साथ वर्तमान में चल रही PM Fasal Bima Yojana के अंतर्गत केसीसी ऋण (KCC Rin) किसानों को नि:शुल्क फसल बीमा करवा कर दिया जाता है। पीएम फसल बीमा के लिए किसान जिस बैंक से ऋण ले रखे हैं। उसी बैंक में आवेदन कर सकते हैं। हालांकि बैंक द्वारा किसानों से खरीफ फसलों के लिए 2% और रबी फसलों के लिए 1.5 प्रतिशत प्रीमियम राशि ली जाती है। चलिए अब जानते हैं किसान क्रेडिट कार्ड के लिए कौन-कौन से किसान आवेदन कर सकते हैं। तथा किसान क्रेडिट कार्ड कितनी जमीन चाहिए?
किसान क्रेडिट कार्ड कितनी जमीन चाहिए | kcc ke liye kitni jamin chaiye
KCC Loan 2024 के लिए किसान के पास कम से कम आधा बीघा (½ बीघा) कृषि योग्य (उपजाऊ) जमीन होनी चाहिए। इसके अतिरिक्त किसान के पास जितनी भी जमीन है। उस पर Kisan Credit Card loan के लिए आवेदन किया जा सकता है। यह किसान की स्वइच्छा पर निर्भर करता है, कि उन्हें कितनी जमीन पर ऋण लेना है। किसान क्रेडिट कार्ड से मिलने वाले लोन की राशि बैंक द्वारा निर्धारित की जाती है। अर्थात जिस क्षेत्र में जमीन की कीमत अधिक होती है। वहां पर ऋण राशि अधिक मिलती है।
आमतौर पर नेशनलाइज्ड बैंक द्वारा 60% से लेकर 80% तक लोन उपलब्ध करवाया जाता है। अर्थात जिस किसान के पास 1 बीघा जमीन है। और उसकी कीमत डीएलसी रेट या सर्किल रेट के अनुसार ₹ 200000 बीघा है। तो उन्हें उस जमीन पर 60% के अनुसार ₹120000 का लोन ले सकते हैं। इसके अतिरिक्त जितनी अधिक जमीन होगी और जमीन की कीमत होगी उसी के आधार पर लोन राशि का आकलन किया जाएगा।
केसीसी लोन की पात्रता (कौन से किसान केसीसी ऋण ले सकते हैं)
KCC Loan Eligibility:- देखिए जो किसान सीमांत/लघु है। इस योजना के लिए इससे जुड़ी कोई बाध्यता नहीं है। जो किसान अपनी फसल को विकसित करने के लिए केसीसी ऋण (KCC Loan) लेना चाहते हैं। उन सभी के लिए यह योजना बराबर क्रियान्वित है। किसान के पास जितनी जमीन है। उस की वैल्यूएशन (मूल्य) के आधार पर नाबार्ड बैंक एवं नेशनलाइज्ड बैंक द्वारा केसीसी लोन की राशि तय की जाती है। केसीसी लोन लेने के लिए किसान के पास निम्न पात्रता होनी चाहिए।
- केसीसी ऋण आवेदक किसान की उम्र 18 वर्ष से 60 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
- महिला किसान या पुरुष किसान दोनों ही किसान क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन कर सकते हैं।
- सीमांत किसान इस योजना के प्रथम पात्र हैं।
- जिन किसानों को पीएम किसान निधि योजना से अनुदान प्राप्त हो रहा है। उन किसानों को तुरंत किसान क्रेडिट कार्ड लोन उपलब्ध हो सकता है।
- किसान क्रेडिट कार्ड लोन के लिए आवेदन करने हेतु किसान के पास कम से कम आधा बीघा (1/2 बीघा) उपजाऊ जमीन होना आवश्यक है।
केसीसी ऋण के लिए आवश्यक दस्तावेज | Documents Required for KCC Loan
जो किसान केसीसी लोन लेना चाहते हैं। उन्हें जमीन स्वामित्व एवं स्थाई पता से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज बैंक में प्रस्तुत करने होंगे। जमीन से जुड़े दस्तावेज जैसे जमाबंदी नकल, खतौनी, को ऑनलाइन डाउनलोड किया जा सकता है और इन्हें प्रमाणित करवाकर किसान KCC Loan के लिए आवेदन किया जा सकता है। किसानों को आवश्यक रूप से निम्नलिखित दस्तावेज प्रस्तुत करने होंगे।
- किसान पहचान से जुड़े दस्तावेज
- किसान का पहचान पत्र (Farmer’s ID card)
- पासपोर्ट साइज फोटो (Passport size photo)
- मोबाइल नंबर (mobile number)
- ईमेल आईडी (E mail ID)
- आधार कार्ड (Aadhar Card)
- राशन कार्ड (Ration card)
- मूल निवास प्रमाण पत्र
- ड्राइविंग लाइसेंस (driving license)
पासपोर्ट जैसे दस्तावेज प्रस्तुत कर सकते हैं और इन दस्तावेजों के आधार पर ही किसान का स्थाई पता भी प्रमाणित हो जाएगा।
- जमीन से जुड़े दस्तावेज
- किसानों को जमीन से जुड़े दस्तावेज में किसानों को निम्न दस्तावेज प्रस्तुत करने होंगे:-
- जमाबंदी नकल
- खतौनी नकल
- भू नक्शा,
- गिरदावरी रिपोर्ट
- फसल बुवाई प्रमाण पत्र
- पटवारी रिपोर्ट जैसे दस्तावेजों की आवश्यकता होगी।
केसीसी ऋण की ब्याज कैलकुलेटर | केसीसी पर कितना ब्याज लगता है?
KCC Loan Interest Calculator:- केसीसी ब्याज दर को आरबीआई द्वारा निर्धारित किया जाता है। वर्तमान में 4% से लेकर 7% तक केसीसी ब्याज ऋण लिया जाता है। वैसे तो किसान क्रेडिट कार्ड 7% ब्याज दर पर उपलब्ध है। परंतु जो किसान प्रति 6 माह से केसीसी को Role Over करवाते हैं। उन्हें 3% की छूट दी जाती है। ऐसे में किसानों को केवल 4% वार्षिक ब्याज ही देना पड़ता है। हाल ही में रिजर्व बैंक द्वारा केसीसी ऋण पर कुछ अनुदान (छूट) देने की बात कही गई है। जिसमें वित्तीय वर्ष 2022-23 और 2023-24 के लिए संशोधन के साथ ब्याज अनुदान योजना (आईएसएस) को जारी रखने को मंजूरी दे दी है।
रिजर्व बैंक का कहना है किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) के माध्यम से 3,00,000 रुपये तक के अल्पकालिक ऋण के लिए ब्याज दर 7% होगी। चालू वित्त वर्ष 2022-23 और अगले वित्त वर्ष 2023-24 के लिए ब्याज अनुदान 1.5 प्रतिशत होगा। रिजर्व बैंक के अनुसार ब्याज राशि में छूट की गणना किसानों द्वारा लिए गए ऋण एवं वापस लौट आए गए ऋण समय अवधि के साथ-साथ बैंक द्वारा निर्धारित समय अवधि में राशि जमा करवाने पर लागू होगी। यह छूट अधिकतम 1 वर्ष के लिए दी जाएगी। समय पर किसान क्रेडिट कार्ड ऋण वापस लौट आने पर किसानों को 3 प्रतिशत प्रति वर्ष की अतिरिक्त ब्याज सहायता प्रदान की जाएगी। ऐसा किसान जिनके द्वारा किसान क्रेडिट कार्ड लोड की राशि बैंक में समय पर जमा नहीं करवाई जाती है। तो उन्हें वार्षिक 12 से 13% ब्याज देना पड़ सकता है।
किसान क्रेडिट कार्ड के उद्देश्य एवं फायदे | Kisan Credit Card Ke Fayede
भारतीय किसानों को KCC Loan का सबसे बड़ा फायदा यही है कि उन्हें कम ब्याज दर पर अधिक समय अवधि के लिए लोन उपलब्ध हो जाता है। इसी के साथ सरकार द्वारा किसान क्रेडिट कार्ड ऋण धारक किसानों को ऋण राशि में छूट भी दे दी जाती है। अर्थात उत्तर प्रदेश राजस्थान जैसे अन्य राज्यों में सरकार द्वारा किसानों के ऋण माफ भी कर दी जाते हैं। कुल मिलाकर Kisan Credit Card Yojana किसानों के लिए लाभप्रद सिद्ध हो रहा है। किसानों की आय को बढ़ाने एवं आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से ऐसी योजनाओं को लागू किया जाता है। वर्तमान में किसान क्रेडिट कार्ड धारक किसानों को पीएम फसल बीमा योजना का भी लाभ मिल रहा है। इसी के साथ किसानों को KCC Loan Yojana से मिलने वाले लाभ इस प्रकार हैं:-
- भारतीय किसानों को आधा बीघा जमीन पर ही केसीसी लोन मिल जाता है।
- जमीन की DLC Rate के आधार पर किसानों को अधिकतम 80% तक केसीसी लोन उपलब्ध हो जाता है।
- केसीसी लोन वार्षिक 7% ब्याज दर पर उपलब्ध है। यदि कोई किसान समय पर यानि 6 माह से केसीसी लोन को जमा करवाते हैं। तो उन्हें मात्र 4% वार्षिक ब्याज ही देना पड़ता है।
- किसान क्रेडिट कार्ड लोन समय पर जमा कराने पर किसानों को 3% ब्याज दर में अतिरिक्त छूट मिलती है।
- हाल ही में भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा Kisan Credit Card Yojana पर 1.5% अतिरिक्त ब्याज दर में छूट देने का ऐलान किया है। यह लाभ उन किसानों के लिए है जो समय पर अपनी केसीसी को जमा करवाते हैं।
- किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने के लिए बैंक और किसान के बीच किसी तीसरे माध्यम की आवश्यकता नहीं है। अर्थात किसान बिना गवाह के बैंक से अपनी जमीन पर लोन ले सकते हैं।
KCC Ke Fayde
- काश्तकार पहचान पत्र जमीन संबंधी दस्तावेज प्रस्तुत करके कम समय में ही यह लोन प्राप्त कर सकते हैं।
- जो किसान अपने कृषि को विकसित करना चाहते हैं या कृषि लोन के आधार पर किसी अन्य बिजनेस को विकसित करना चाहते हैं। तो उन्हें कम ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध हो जाता है।
- किसानों को किसी साहूकार या जमादार के यहां पर अपनी जमीन को गिरवी रख कर लोन लेने की आवश्यकता नहीं है।
- किसान क्रेडिट कार्ड ऋणी किसानों को Kisan Credit Card Yojana, पीएम फसल बीमा योजना, किसान सम्मान निधि योजना, किसान दुर्घटना बीमा योजना का लाभ बिना किसी विशेष प्रक्रिया के ले सकते हैं।
- किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) किसानों को बैंकों से ATM, Cheque Book उपलब्ध करवाए जाते हैं।
- 1.60 लाख रुपए का KCC Loan लेने के लिए किसान को किसी गवाह की आवश्यकता नहीं है। इससे अधिक राशि के लोन के लिए किसान को दो गवाह की आवश्यकता होगी।
- किसानों को क्रेडिट कार्ड योजना के अंतर्गत किसान दुर्घटना बीमा योजना का भी लाभ मिलता है। जिसमें किसान की मृत्यु हो जाने पर ₹50000 रुपए तथा विकलांगता होने पर ₹25000 का बीमा मिलता है।
किसान क्रेडिट कार्ड लोन कैसे लें (KCC Loan Apply Online)
pm kisan credit card online apply:- जो किसान क्रेडिट कार्ड बनवाना चाहते हैं उन्हें ऊपर बताए गए सभी दस्तावेज पहले से तैयार कर लेनी चाहिए ताकि उन्हें आवेदन करने में अधिक समय ना लगे। तांकि तुरंत केसीसी लोन की राशि बैंक खाते में ट्रांसफर हो सके। केसीसी लोन लेने के लिए किसान को विशेष आवेदन की आवश्यकता नहीं है। अर्थात किसान अपने नजदीकी ग्रामीण विकास बैंक, नेशनलाइज्ड बैंक में जाकर केसीसी के लिए आवेदन कर सकते हैं।
किसानों को केसीसी लोन उपलब्ध करवाने के लिए सरकारी बैंक, प्राइवेट बैंक, ग्रामीण विकास बैंक, नाबार्ड बैंक सभी कटिबद्ध है। अर्थात जो भी बैंक रिजर्व बैंक द्वारा जारी किए गए दिशा निर्देशों का पालन करते हैं। वे सभी किसान क्रेडिट कार्ड के लिए किसान की सेवा में प्रस्तुत है। केसीसी लोन के लिए रिजर्व बैंक द्वारा समय-समय पर ब्याज दर को लेकर अपडेट दिया जाता है जिससे आप नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके अपडेट जान सकते हैं।
पीएम किसान ऑफिशल पोर्टल से भी PM Kisan Card Yojana (KCC Loan) के लिए आवेदन कर सकते है।
KCC Card आवेदन फॉर्म डाउनलोड करने के लिए ऑफिसियल वेबसाइट पर क्लिक करें।
केसीसी लोन कैसे मिलता है? | केसीसी ऋण बंधक प्रक्रिया
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के नियमानुसार बैंक किसानों को ₹160000 का लोन बिना किसी बंधक प्रणाली के ही देने हेतु पाबंद है। 160000 से अधिक ऋण लेने पर किसानों की जमीन को बैंक के द्वारा अधिकृत रूप से बंधक बनाया जाता है। इस बंधक प्रक्रिया के लिए किसान से लिखित में अर्थात हस्ताक्षर प्रारूप के आधार पर न्यायालय में प्रस्तुत किया जाता है। अर्थात बैंक द्वारा किसानों से समझौता लेटर पर हस्ताक्षर करवाए जाते हैं। जिसे बंधक पत्र कहा जाता है। इस पत्र को 30 दिनों के भीतर तहसील/ रजिस्ट्री कार्यालय में भेजा जाता है। बैंक दो प्रति तहसील कार्यालय में और दो प्रति रजिस्ट्रार कार्यालय में अपने अधिकृत अधिवक्ता (वकील) द्वारा भेजा जाता है।
तहसील द्वारा प्रमाणित किए जाने के पश्चात एक कॉफी बैंक में भेज दी जाती है। इस प्रकार किसान की जमीन अधिकृत रूप से बैंक के द्वारा बंधक प्रक्रिया पूर्ण की जाती है। यह प्रक्रिया बैंक के द्वारा पूर्ण करना आवश्यक है। क्योंकि कुछ किसान ऐसे हैं जो कृषि ऋण लेने के पश्चात समय पर जमा नहीं करवाते और उसे किसी और को बेच देते हैं। ऐसे में बैंक को जमीन ऋण वसूली के लिए काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। बंधक प्रक्रिया पूर्ण होने के पश्चात किसान उस जमीन को बिना ऋण चुकाए बेच नहीं सकते। अर्थात रजिस्ट्री कराने से पूर्व है बैंक से no dues (अनापत्ति प्रमाण पत्र) लेना अनिवार्य कर दिया गया है।
किसान क्रेडिट कार्ड धारक की मृत्यु होने पर
Kisan Credit Card Loan Yojana से जोड़ने के दौरान बैंकों द्वारा किसान का बीमा भी करवाया जाता है। यदि कारणवश किसी किसान की ऋण अवधि के दौरान मृत्यु हो जाती है। तो इंश्योरेंस कंपनी द्वारा बैंक ऋण का भुगतान किया जाता है और यदि किसान का बीमा नहीं होता है। तो ऐसी स्थिति में संपत्ति वारिस अर्थात किसान की उत्तराधिकारी को बैंक ऋण जमा करवाना अनिवार्य हो जाता है। अक्सर ऐसा देखा गया है कि ऐसे सीमांत किसान जो समय पर केसीसी ऋण का भुगतान नहीं कर पाते हैं। तो उन्हें सरकार द्वारा ऋण माफी योजना के द्वारा कृषि ऋण माफ कर दिया जाता है और उत्तराधिकारी को no dues अर्थात अनापत्ति प्रमाण पत्र दे दिया जाता है।
किसान क्रेडिट कार्ड दुर्घटना बीमा | Kisan Credit Card Accident Bima
जिन किसानों ने बैंक से ऋण लिया है। उन्हें इंश्योरेंस कंपनियों के माध्यम से बैंक द्वारा बीमित करवाया जाता है। ताकि किसी भी दुर्घटना होने की स्थिति में बैंक को ऋण वसूली में किसी प्रकार की समस्या ना हो। राज्य एवं केंद्र सरकार द्वारा किसानों का दुर्घटना बीमा करवाने हेतु आग्रह किया जाता है। किसान क्रेडिट कार्ड दुर्घटना बीमा योजना के अंतर्गत किसान की मृत्यु होने पर ₹50000 का अनुदान मिलता है। यदि किसान दुर्घटना में विकलांग हो जाते हैं तो उन्हें ₹25000 का अनुदान दिया जाता है।
किसान क्रेडिट कार्ड के नुकसान | Disadvantages of Kisan Credit Card
Kisan Credit Card ke Nukasan:- यदि देखा जाए तो किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने के पीछे भी कुछ नुकसान किसानों को उठाने पड़ सकते हैं। यह नुकसान उन किसानों को हो सकता है जिन्होंने बीमा नहीं करवा रखा है। समय पर ऋण अदायगी नहीं कर पा रहे हैं। तो उन्हें किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने के भारी नुकसान उठाने पड़ सकते हैं जैसे:-
- किसानों को 5 साल के लिए किसान क्रेडिट कार्ड ऋण दिया जाता है।
- यदि समय पर किसान क्रेडिट कार्ड ऋण की अदायगी नहीं कर पाते हैं। तो उनकी जमीन जप्त की जा सकती है और अंतिम रूप में नीलामी भी की जा सकती है।
- यदि कोई किसान कृषि ऋण की अदायगी नहीं कर पाते हैं। तो उन्हें 7% से अधिक ब्याज देना पड़ सकता है। जो कि अधिकतम 12% से लेकर 13% तक हो सकता है।
- किसान ऋण ली गई जमीन को अपनी इच्छा अनुसार बेच नहीं सकते। जब तक ऋण को पूरी तरह से चुकाया नहीं जाता और बैंक से नो ड्यूज (अनापत्ति प्रमाण पत्र) नहीं लिया जाता।
- जमीन पर लिए गए ऋण राशि का इंश्योरेंस नहीं करवाया गया है, अर्थात किसान क्रेडिट कार्ड धारक का बीमा नहीं होने की स्थिति में परिवार के सदस्यों को उस जमीन का ऋण चुकाना पड़ सकता है।
किसान क्रेडिट कार्ड हेल्पलाइन नंबर | Kisan Credit Card Helpline Number
भारतीय किसानों को क्रेडिट कार्ड अर्थात जमीन पर कृषि ऋण (Krshi Rin) उपलब्ध करवाकर किसानों को अपनी फसल और खेती कार्य को विकसित करने हेतु सहयोग राशि प्रदान की जाती है। यदि किसानों को इस योजना से जुड़ी किसी भी प्रकार की शिकायत या सुझाव आवश्यकता है तो टोल फ्री नंबर 0120-6025109 / 155261 पर कॉल कर सकते हैं। यदि आप सरकार को लिखित में सुझाव देना चाहते हैं तो pmkisan-ict@gov.in पर ईमेल लिख सकते हैं।
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