ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं के लिए रोजगार प्राप्त करने के अवसरों में से एक है स्वयं सहायता समूह बनाना। भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय के अंतर्गत महिलाओं को समूह बनाकर रोजगार प्राप्त करने हेतु सामूहिक उद्योग धंधे, सामूहिक तौर पर धन का आदान प्रदान करना, लघु उद्योग स्थापित करना इन सब के लिए कम ब्याज दर पर लोन उपलब्ध करवाया जाता है। ग्रामीण क्षेत्रों में 10 से 15 महिलाओं द्वारा बनाए गए समूह को घरेलू उद्योग से जोड़ा जाता है। स्वयं सहायता समूह योजना के अंतर्गत महिलाएं दो प्रकार से रोजगार प्राप्त कर सकती है। पहला स्वयं सहायता समूह में अपनी सेवाएं देकर। तथा दूसरा स्वयं सहायता समूह के अंतर्गत सामूहिक उद्योग को संचालित कर रोजगार (Swayam Sahayata Samuh Rojgar) प्राप्त कर सकते हैं।
इस लेख में विस्तार से जानेंगे SHG योजना के अंतर्गत महिलाएं किस प्रकार से रोजगार प्राप्त कर सकती है। तथा अपनी आमदनी को बढ़ा सकते हैं। तो चलिए इस लेख में आगे बढ़ते।
SHG Group | Links |
स्वयं सहायता समूह सूची 2024 | यहाँ देखें |
स्वयं सहायता समूह में रोजगार | यहाँ देखें |
स्वयं सहायता समूह लोन की जानकारी | यहाँ देखें |
समूह सखी के कार्य | Samuh Sakhi Salary & work
स्वयं सहायता समूह के संचालन हेतु समूह सखी की नियुक्त की जाती है जिसे 10 से 15 ग्रुप्स को संभालने की जिम्मेदारी दी जाती है। सरकार द्वारा समूह सखी को प्रतिमाह 2250 रुपए मेहनताना दिया जाता है। समूह सखी (Samuh Sakhi) द्वारा नियुक्त किए गए समूह को संचालित करने में हो रही समस्याओं को निवारण करने की जिम्मेदारी दी जाती है।
स्वयं सहायता समूह में नौकरी | Self Help Group Job
जैसा कि उक्त पंक्तियों में आपको बताया गया है। स्वयं सहायता समूह योजना के अंतर्गत महिलाएं दो प्रकार से अपनी आमदनी को बढ़ा सकती है। पहला स्वयं सहायता समूह में अपनी सेवाएं देकर तथा सरकार द्वारा दिए गए ऋण (SHG Loan) से उद्योग शुरू कर सकते हैं। पूरे देश में अब तक 899.1लाख परिवार कि महिलाएं सम्मिलित हो चुकी है। 84 लाख से अधिक SHG सक्रिय रुप से कार्य कर रहे हैं। इन सभी ग्रुपों पर समूह सखी को नियुक्त किया जाता है और इसे रु.2500 प्रतिमाह मानदेय दिया जाता है। इसके अतिरिक्त ग्रुप संचालन के दौरान रजिस्टर या खाता विवरण दर्ज करने पर महिला को BK के रूप में नियुक्त किया जाता है। जिसे ग्रुप द्वारा प्रति मीटिंग पर ₹100 या इससे अधिक दिए जाते हैं। स्वयं सहायता समूह सरकारी तंत्र के अंतर्गत संचालित है जो कि इस प्रकार से है:-
- Governing Counsil (GC)
- Empowered Committee (EC)
- State Project Management Unit (SPMU)
- District Project Management Unit (DPMU)
- Cluster Level Managers (CLMs)/ Area Coordinators (ACs)
- Samuh Sakhi
स्वयं सहायता समूह में रोजगार कैसे प्राप्त करें
भारत सरकार द्वारा ग्रामीण विकास मंत्रालय के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं को रोजगार से जोड़ने हेतु घरेलू उद्योग धंधे शुरू करने पर बल दिया जा रहा है। इसी कड़ी में राजीविका योजना के अंतर्गत महिलाओं के द्वारा बनाए जा रहे समूह को ऋण उपलब्ध करवाकर रोजगार से जोड़ने का कार्य किया जा रहा है। ग्रुप में सम्मिलित महिलाओं द्वारा सामूहिक तौर पर उद्योग शुरू किया जा सकता है।