रजिस्ट्री कैंसिल कैसे होती है:- किसी भी अचल संपत्ति का रजिस्ट्रेशन राज्य के निबंधन विभाग द्वारा किया जाता है। विभाग द्वारा रजिस्ट्री ख़ारिज करने हेतु 90 दिन तक का समय निर्धारित किया गया है। यदि ऐसी कोई संपत्ति जो हाल ही में रजिस्ट्री हुई है। परंतु वह किसी भी कारणवश आपत्ति रखती है। तो उसे निर्धारित समय में रद्द करवाया जा सकता है। यदि आप भी रजिस्ट्री कैंसिल करने की प्रक्रिया, नियम, आवेदन जानना चाहते हैं। तो आप इस लेख को ध्यानपूर्वक पढ़ें। इस लेख में Registry Cancel Kaise Hoti Hai इस संबंध में विस्तार पूर्वक प्रक्रिया दी गई है। साथ ही आप जान पाएंगे रजिस्ट्री खारिज करने के नियम क्या है? रजिस्ट्री किन परिस्थितियों में खारिज की जा सकती है? रजिस्ट्री खारिज करने के लिए आवेदन कैसे कर सकते है? इन सभी सवालों के जवाब आप इस लेख में जानने वाले हैं। इसलिए अंततः इस लेख में बने रहे।
रजिस्ट्री खारिज होने के कारण
- संपत्ति बेचने वाले की आपत्ति:- संपत्ति बेचने वाले के पास विभाग द्वारा विक्रेता के पास सूचना दी जाती है, कि उक्त व्यक्ति के नाम संपत्ति रजिस्टर की गई है। इसमें आपत्ति होने की आशंका पर रजिस्ट्री कैंसिल करवाई जा सकती है।
- संपत्ति का दावा:- संपत्ति विक्रेता से संपत्ति को लेकर दावा की पड़ताल की जाती है। इसका उद्देश्य यही होता है की विक्रेता ने संपत्ति को दबाव में आकर तो नहीं बेची हैं। इसकी पुष्टि सही से नहीं होने पर रजिस्ट्री कैंसिल हो सकती है।
- कीमत ना मिलना:- संपत्ति पंजीकरण के दौरान क्रेता और विक्रेता दोनों के बीच लेनदेन में हुई गड़बड़ी से भी संपत्ति रजिस्ट्रेशन कैंसिल किया जा सकता है। यदि विक्रेता को तय की गई राशि समय पर उपलब्ध नहीं होती तो वह रजिस्ट्री कैंसिल के लिए आवेदन कर सकते हैं।
- रजिस्ट्री कैंसिल करने का समय:- भारत के लगभग सभी राज्य निबंधन विभाग द्वारा रजिस्ट्री कैंसिल करने का समय 90 दिन तक का निर्धारित किया गया है। कुछ राज्यों में यह समय कम और अधिक हो सकता है।
- घरेलू आपत्ती:- यदि कोई संपत्ति पंजीकरण होती है और परिवार के सदस्य रिश्तेदारों को उस रजिस्ट्री से संबंधित आपत्ति होने पर रजिस्ट्री पर रोक लगाई जा सकती है। अर्थात कोर्ट से स्टे आर्डर निकला जा सकता है। ऐसे में वह रजिस्ट्री खारिज भी हो सकती है।
रजिस्ट्री कैंसिल कैसे होती है? | Registry Cancel
देखिए रजिस्ट्री कैंसिल होने के दो कारण हो सकते हैं। पहला कारण:- तो यह जिसके नाम रजिस्ट्री हुई है यदि उसे लगता है, कि उसके साथ की गई संपत्ति पंजीकरण गैरकानूनी है। कोई भी प्लॉट/भूखंड, कृषि भूमि पर गैरकानूनी तरीके से की गई रजिस्ट्री के लिए खुद ख़रीददार रजिस्ट्री रद्द हेतु आवेदन कर सकते हैं। दूसरा कारण:- कुछ ऐसी प्रस्तुति हो सकती है, जिसमें रजिस्ट्री के दौरान किसी अन्य को आपत्ति हो। तो वह भी संपत्ति रजिस्ट्रेशन पर कोर्ट स्टे लगा सकते हैं। संपत्ति रजिस्ट्रेशन होने के 90 दिन तक रजिस्ट्री को कैंसिल कराने का समय स्वयं राजस्व विभाग, निबंधन विभाग द्वारा दिया जाता है। इस समय में डीसी सह जिला निबंधक के दफ्तर में रजिस्ट्री कैंसिल के लिए आवेदन किया जा सकता है। रजिस्ट्री कैंसिल होने के कुछ तथ्य इस प्रकार से हैं:-
रजिस्ट्री खारिज कराने के नियम | Registry Cancellation Rules in Hindi
किसी अचल संपत्ति की रजिस्ट्री को रद्द कराने के कुछ नियम निर्धारित किए गए हैं। इन नियमों को ध्यान में रखते हुए ही निबंधन विभाग द्वारा रजिस्ट्री खारिज करने की प्रक्रिया पूर्ण की जाती है। रजिस्ट्री कैंसिल होने के कुछ नियम इस प्रकार हैं:-
- निबंधन विभाग द्वारा तय समय में ही रजिस्ट्री खारिज के लिए आवेदन किया जा सकता है।
- उचित आपत्ति होने पर रजिस्ट्री खारिज की जा सकती है।
- क्रेता और विक्रेता दोनों में संपत्ति मूल्य के लेनदेन को लेकर पुष्टि नहीं की गई हो।
- संपत्ति रजिस्ट्रेशन के लगभग 90 दिन तक रजिस्ट्री खारिज के लिए आवेदन किया जा सकता है।
- रजिस्ट्री कैंसिल करवाने के लिए आवेदक के पास ठोस प्रमाण होने चाहिए।
- हाल ही में हुई रजिस्ट्री की संपूर्ण जानकारी एवं आपत्ती प्रमाण पत्र को डीसी सह जिला निबंधक के समक्ष प्रस्तुत करना होगा।
- रजिस्ट्री खारिज से जुड़े मामलों को तहसील स्तर पर निपटाया जाता है।
- गलत तरीके से रजिस्ट्री खारिज कराने के लिए आवेदन को निरस्त किया जा सकता है।
- गैर कानूनी तरीके से की गई रजिस्ट्री को खारिज करने का पूर्ण अधिकार जिला निबंधक के पास सुरक्षित है।
दाखिल खारिज के बाद रजिस्ट्री कैंसिल कैसे करवाएं
जैसा कि आप जानते हैं, किसी भी संपत्ति का रजिस्ट्रेशन होने के कुछ समय बाद निबंधन विभाग द्वारा संपत्ति खरीदार के नाम बैनामा तैयार किया जाता है। जिसे दाखिल खारिज भी कहा जाता है। अन्य राज्यों में इसे नामांतरण (Mutation) दर्ज करना भी कहते हैं। दाखिल खारिज होने के बाद पूर्णता संपत्ति अधिकार प्राप्त हो जाता है।
परंतु, दाखिल खारिज होने के बाद भी यदि कोई आपत्ति होती है। तो रजिस्ट्री खारिज करवाना बेहद मुश्किल है। हालांकि गैरकानूनी तरीके से की गई इस रजिस्ट्री को भी रद्द करवाने की कुछ प्रक्रिया है। यह प्रक्रिया जटिल है। इसके लिए सिविल कोर्ट में केस दर्ज किया जा सकता है।
रजिस्ट्री रद्द करने के लिए आवेदन कैसे करें?
किसी भी संपत्ति का हाल ही में हुए पंजीकरण को 90 दिन तक कैंसिल करवाया जा सकता है। अर्थात 90 दिन तक रजिस्ट्री कैंसिल हो सकती है और इसके लिए कैसे आवेदन किया जा सकता है इसे समझते हैं।
- सबसे पहले रजिस्ट्री कैंसिल कराने का ठोस कारण होना चाहिए।
- इस ठोस कारण में आपत्ति, आर्थिक, गैर कानूनी, जैसे गंभीर कारण हो सकते हैं।
- संपत्ति रजिस्ट्रेशन कैंसिल का अधिकार से जिला निबंधक के पास सुरक्षित होता है।
- रजिस्ट्री खारिज करने के लिए शहरी क्षेत्र में नगर निगम, तथा निबंधन विभाग के दफ्तर में संपर्क किया जा सकता है।
- ग्रामीण क्षेत्र में रजिस्ट्री खारिज करने से संबंधित मामलों को तहसील स्तर पर निपटाया जाता है।
- ग्रामीण क्षेत्र में रजिस्ट्री कैंसिल करवाने के लिए तहसील कार्यालय में संपर्क कर रजिस्ट्री खारिज के लिए आवेदन किया जा सकता है।
- रजिस्ट्री कैंसिल करवाने के लिए आवेदक के पास हाल ही में हुई रजिस्ट्री के सभी दस्तावेज, पहचान पत्र, एड्रेस प्रूफ, आपत्ती प्रमाण पत्र, तथा रजिस्ट्री कैंसिल कराने का ठोस कारण होनी चाहिए। ताकि आप निबंधक एवं तहसीलदार के समक्ष अपना आवेदन प्रस्तुत कर सकें।